RMCL COMPLETE CASE STUDY
दोस्तों नमस्कार आप सभी का स्वागत है FREE MLM PAR हमारी आज की इस खास पोस्ट में और आज हम बात करने वाले है एक ऐसी कंपनी के बारे में जिसने हिस्ट्री तो क्रिएट की लेकिन हिस्ट्री बन कर रह गयी है। हां दोस्तों आज हम एक ऐसी कंपनी के बारे में जानेंगे जिसने मात्र 3 साल के अंदर डिस्ट्रीब्यूटर्स की लाइन लगा दी थी लेकिन आज के दिन कोई भी लीडर उस कंपनी में काम करना तो दूर की बात है यहाँ तक उसके नाम से प्लान भी नहीं लेना चाहता। यह वह कंपनी थी जिसने काफी लोगो को लखपति और करोड़पति बना दिया था, लेकिन आज देखा जाए तो बहुत से ऐसे लोग मिलेंगे , जो इस कंपनी के वजह से रोडपति बन गए है।
RMCL COMPLETE CASE STUDY :
दोस्तों आज यह जानेंगे की आखिर ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से लोगो का कर्रिएर ख़त्म हो गया। हम इस पोस्ट में यह भी जानेंगे की क्या इसका सलूशन निकलेगा , क्या लोगो का नुकसान पूरा होगा। कंपनी की शुरुआत REPURCHASE PLAN के साथ SEPT. 2015 से सुरु हुई थी। कम्पनी इस प्लान के माध्यम से धीरे धीरे ग्रो हो रही थी लेकिन इस कंपनी का मालिक कुछ और ही चाहता था , वह चाहने लगा की कंपनी को और तेजी से ग्रो करे इसलिए उसने REPURCHASE PLAN के साथ FTB को जोड़ दिया, उसके बाद DRB प्लान लेकर आया। यहाँ तक सब ठीक था सब लीडर्स खुश थे।
लेकिन उस समय एक कंपनी और चल रही थी जिसका नाम फ्यूचर मेकर था और उस कंपनी का प्लान ROI प्लान था। लीडर्स को लालच आना सुरु हो गया था वो RMCL को छोड़ने लगे और फ्यूचर मेकर में जाने लगे। मितेश अग्रवाल ने इसका भी सलूशन निकाला लेकिन उसको ये पता ही नहीं चला की इसका भविष्य में क्या रिजल्ट निकलेगा। और यही वो प्लान था जिसने मटिया रेत कंपनी की कर के रख दिया। जानते है की आखिर ये प्लान था क्या।
इस प्लान का नाम गैलेक्सी प्लान था , इस प्लान के अंदर ROI बेस पर इनकम देना सुरु कर रहे थे ताकि उसके लीडर्स उस कंपनी में ही काम करे। प्लान में आपको यह बताया जाता था की इसके अंदर जोइनिंग 5000 B.V. से है। यदि अगर कोई व्यक्ति अपनी ID एक्टिवेट होने के बाद दो लोगो को भी इस तरह ही जोइनिंग करवाता है तो उसे कंपनी के टर्नओवर का 60 % 24 महीने तक देने का प्रावधान किया गया लेकिन लीडर्स ने इस सिस्टम को फिक्स्ड कर दिया और बताने लगे 1500 रूपए 24 महीने तक मिलेंगे। मालिक ने भी ज्यादा जोइनिंग के लालच में हर किसी को यही बताना सुरु कर दिया लेकिन मालिक को ये नहीं पता था की लीडर्स किसी के नहीं होते।
ROI सिस्टम को देखते हुए लोग 2,15,000 रूपए के लगभग इस कंपनी के अंदर इन्वेस्टमेंट करने लगे। यहाँ पर लोगो की कोई गलती नहीं थी लेकिन गलती वही कर दी गयी की उन्होंने ऑफिसियल प्लान को नहीं देखा और लीडर्स और मितेश अग्रवाल ने भी उन्हें कमिटमेंट कर दिया 24,500 रूपए आपको 24 महीने तक मिलेंगे।
यह सिस्टम भी अच्छे से चल ही रह था की एक दिन तेलंगाना पुलिस ने फ्यूचर मेकर पर रैड मार दिया और कंपनी को सील कर दिया था। जिसको देखते हुए RMCL कम्पनी ने भी अपने ROI सिस्टम को 4-5 दिन और चलाया और उसके बाद इसको बंद कर दिया गया। प्लान जैसे ही बंद हुआ कंपनी दूसरा प्लान लेकर छोटा गैलेक्सी प्लान लेकर आयी। इस प्लान में कंपनी को कोई भी लोस्स नहीं था। लेकिन इस प्लान के द्वारा कम्पनी के पास उतना टर्नओवर ही नहीं आया की यह गैलेक्सी वालो को पेमेंट मिल सके।
फिर वही कहानी एक बार फिर से प्लान चेंज कर दिया गया और अब आ गया दिवाली छोटा गैलेक्सी प्लान। इसी दौरान गैलेक्सी वालो को थोड़ा थोड़ा पेमेंट जाने लगा , लेकिन उतना नहीं जितना लोगो को कमिटमेंट किया गया था। लेकिन लोग इसमें भी खुश थे।
यह प्लान ठीक चल ही रहा था की पता ही नहीं चला की किसके दिमाग में कीड़ा उत्पन हुआ और एक और खतरनाक प्लान सुरु हो गया जुपिटर बूस्टर प्लान।
यह प्लान बड़ा ही शानदार प्लान था लेकिन लोगो के लालच , कंपनी के लालच ने इस प्लान की भी बैंड बजा के रख दी। इस प्लान के अंदर कंपनी ने फीर से कमिटमेंट कर लिया की हम कंपनी के टर्नओवर के हिसाब से जितने भी अचीवेरस होंगे उनको एक पर्टिकुलर अमाउंट तक देंगे। लेकिन इन्वेस्टमेंट पर रोक नहीं थी , जिसकी वजह से यह प्लान भी बंद हुआ।
इस प्लान के दौरान कंपनी ने वीकली पेमेंट सुरु किया , प्लान का रिस्पांस अच्छा आ रहा था लेकिन कंपनी ने फिर अपने कमिटमेंट के विपरीत काम सुरु कर दिया पेआउट वीकली की बजाय महीने की महीने देने का प्रावधान कर दिया।
लोगो ने यह भी मंजूर कर लिया उसी समय कंपनी के प्रोडक्ट्स भी लोगो को नहीं मिल पा रहे थी , क्वालिटी के साथ भी खिलवाड़ कर दिया गया। हद तो तब हो गयी जब कंपनी ने पेमेंट टाइम पर देना बंद कर दिया।
उसी समय कंपनी के ऊपर वाले लीडर्स ने मिलकर एक कंपनी की शुरुआत करवा दी , जिसका नाम प्रोवेदा है और जो पहले RMCL को प्रोडक्ट्स सप्लाई करती थी। इन लीडर्स ने प्रोवेदा के साथ कमिटमेंट कर लिया की हम अपनी टीम को RMCL से क्विट करवाकर प्रोवेदा में ले आएंगे। इस चीज के लिए उन्होंने कंपनी के साथ सेटिंग कर ली , कुछ पैसे लिए , टॉप ID लगवा ली। इधर RMCL से भी टीम में पैसे बाटने के बहाने कंपनी से लाखो रूपए लेकर हजम कर गए।
अब कंपनी RMCL बिलकुल ही टूट चुकी थी। और कंपनी ने सख्त होकर कह दिया की पेमेंट उसी को मिलेगा जो बिज़नेस देगा। क्योकि कंपनी को टर्नओवर की जरुरत थी। कंपनी ने अपना नाम चेंज कर लिया और कंपनी का नाम पथर्ड टेम्पल रख लिया।
ADVERTISE WITH US :
लेकिन थर्ड टेम्पल भी बिलकुल फ्लॉप हो चूका है। इसी बिच कंपनी पर FIR होनी सुरु हो गयी। और पुरे देश भर से लोगो ने सेबी , RBI , थानों में कंप्लेंट कर दी गयी। लेकिन कंपनी पर अभी तक किसी भी तरह की करवाई नहीं हुई। और कंपनी ने भी लोगो को पैसा देना बंद कर दिया।
इसी बिच एक और घटना गठ गयी , मितेश कंपनी की मीटिंग के लिए बिहार गए हुए थे। लोगो को इस बात की भनक लग गयी थी , रस्ते में गाड़ी को ओवरटेक करके मितेश को किडनैप कर लिया गया। पुलिस नई किडनैपर्स की गाड़ी को पकड़ लिया , लेकिन लोगो की शिकायत पर गया पुलिस ने मितेश को बंदी बना लिया।
लेकिन पुलिस ने उन्हें बांड के आधार पर छोड़ दिया।
अब क्या किया जाये :- लोगो का मेरे पास काफी फ़ोन आया और उनका एक ही प्रश्न की पैसे किस तरह से मिलेंगे। मैंने उन्हें सिर्फ एक ही चीज बताया की कंपनी कागजी करवाई में पूर्ण रूप से ठीक है। इसी लिए ही इतनी FIR होने के बाद भी कोई करवाई नहीं हो पायी। अब तो यही हो सकता है की अगर कोई मीडिया जैसे आज तक जैसे बड़े न्यूज़ चैनल इसको लोगो के सामने लेकर आये , दुसरा जिन्होंने अपनी FIR नहीं की है , वो सभी FIR करे। बाकि हमारे गजब के प्रधानमंत्री है जो बाद में इनसे अपने आप सुलट लेंगे।
तो दोस्तों इस तरीके से तेजी से ग्रो करने वाली कंपनी भी मनी रोटेशन की वजह से बुरी तरह से फ़ैल हो गयी। इसलिए दोस्तों हमेशा ऐसी कम्पनी चुनो जहा पैसे पर ज्यादा जोर नहीं बल्कि एजुकेशन पर ज्यादा जोर दिया जाये। जहा का बिज़नेस एनवायरनमेंट बड़ा ही शानदार है।